यह स्वतः सिद्ध है कि भारत के विश्व में सबसे बड़ा जीवंत लोकतंत्र होने और इसका 60 वर्षों से अधिक से प्रभावी, पारदर्शी और विश्वसनीय निर्वाचन आयोजित करवाने का रिकॉर्ड होने के नाते इसे विश्वभर में सहभागी लोकतंत्र को बढ़ावा देने और निर्वाचन संचालन में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। विशेषतः अरब, खाड़ी के देशों और मध्य एशियाई देशों में लोकतंत्र के विकास और निर्वाचन में सहयोग के अपार अवसर हैं, क्योंकि अभी इन देशों ने स्वयं को क्रियाशील लोकतंत्र के रूप में स्थापित नहीं किया है। इसके अतिरिक्त, भारत निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन प्रबंधन में उभरती चुनौतियों का सामना करने के लिए नए-नए विचार देने और पद्धतियां तैयार करने में स्वयं और अन्य संगठनों को निरन्तर सक्रिय रहने की आवश्यकता भी महसूस की है। सहभागी लोकतंत्र और निर्वाचन प्रशासन में सर्वोत्म पद्धतियों, व्यावसायिक संपर्क तथा कार्यकलापों के आदान-प्रदान, अध्ययन और पर्यवेक्षण मिशनों तथा तकनीकी सहायता और सलाह को बढ़ावा देने में इसके लिए आवश्यक रूप से द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग अपेक्षित है।
इसलिए, पिछले एक दशक से भारत निर्वाचन आयोग अंतः संस्थागत संपर्क बढ़ाने और अनुरोध पर अन्यत्र निर्वाचन प्राधिकारियों के तकनीकी सहयोग और प्रयोक्ता अनुकूल संसाधन तथा परामर्श उपलब्ध करवाने के निरन्तर प्रयास कर रहा है। इस प्रक्रिया में, भारत निर्वाचन आयोग ने भी अन्य देशों में अपने समकक्ष संगठनों से बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किए हैं। यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापक सहयोग संपर्क भारत की विदेश नीति के लक्ष्य के अनुरूप किया गया है ताकि पूरे विश्व में लोकतंत्र का संवर्धन हो सके और निर्वाचन संचालन सुदृढ़ हो सके।
नवम्बर, 2010 में अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के दौरे के दौरान भारत अमेरिका के बीच हस्ताक्षरित संयुक्त घोषणा में भी लोकतंत्र और विकास हेतु सहभागी अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी का उल्लेख किया गया था। इस उद्देश्य के भाग के रूप में, संयुक्त घोषणा में अन्य इच्छुक देशों में निर्वाचन के आयोजन और प्रबंधन में सहयोग की संभावना तलाशने की वचनबद्धता कायम की गई। वर्ष 2011 में अमेरिका की यू.एस. सचिव, श्रीमती हिलेरी क्लिंटन ने भारत दौरे के दौरान, भारत निर्वाचन आयोग को पूरे विश्व के निर्वाचन प्रबंधन में 'गोल्ड स्टैडर्ड' का नाम दिया।
भारत निर्वाचन आयोग की स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान भाग लेने वाले देशों से बहुत से निर्वाचन प्रबंधन प्राधिकारियों और प्रतिनिधि मंडलों ने भारतीय निर्वाचनों में ईवीएम के प्रचालनों सहित निर्वाचन में प्रयुक्त तकनीक में गहरी रुचि दिखाई और यह पता लगाना चाहा कि क्या भारत निर्वाचन आयोग उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान कर सकता है। अब नेपाल, भूटान और नामीबिया, भारत में निर्मित इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का प्रयोग कर रहे हैं। निर्वाचन आयोग द्वारा जनवरी 2011 में अपने राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाना शुरू करने के बाद, पाकिस्तान, भूटान और कोरिया गणराज्य जैसे देश भी इस प्रक्रिया का अनुकरण कर रहे हैं और मतदाता जानकारी और जागरूकता बढ़ाने के लिए अपना राष्ट्रीय मतदाता दिवस मना रहे हैं।
निर्वाचन में सहयोग विकसित करने और लोकतांत्रिक मानदंडों और सर्वोत्तम पद्धतियां अपनाने और उनका आदान-प्रदान करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग और 16 अन्य देशों नामतः आस्ट्रेलिया, बोस्निया, ब्राज़ील, चिली, फिज़ी, जॉर्जिया, आइवरी कोस्ट, किर्गिज गणराज्य, लिबिया, मॉरीशस, नेपाल, मेक्सिको, रूस, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया और यमन के निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबी) तथा दो बहुपक्षीय संगठनों नामतः इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम (आईएफईएस) और यूनाइटेड नेशंस के बीच समझौता ज्ञापन किया गया है।
निर्वाचन प्रबंधन निकाय
बहुपक्षीय संगठन
द्विपक्षीय निर्वाचन सहयोग
साधारण निर्वाचन 2014 हेतु निर्वाचन आगंतुक कार्यक्रम के लिए 17 देशों के 41 प्रतिनिधियों सहित भारत में साधारण निर्वाचन और विधान सभा हेतु निर्वाचन अध्ययन दल।
तंजानिया, रूस, श्रीलंका, मिश्र, लेसोथो, इक्वा, कम्बोडिया, भूटान, बांग्लादेश आस्ट्रेलिया, नॉर्वे, नेपाल, स्वीड़न जैसे देशों में निर्वाचनों संबंधी अध्ययन/ पर्यवेक्षण मिशन।
अनुभवों, कौशलों, क्षमता संवर्धन कार्यक्रमों, तकनीकी सहायता के आदान-प्रदान हेतु पिछले पांच वर्षों के दौरान 200 से अधिक (लगभग आधी इनकमिंग विजिट) का आदान-प्रदान
जॉर्डन,मालदीव, नामीबिया, मिश्र, भूटान, और नेपाल को तकनीकी सहायता उपलब्ध करवाई गई। भूटान नेपाल और नमीबिया भारत में निर्मित इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का प्रयोग कर रहे हैं।
भारत निर्वाचन आयोग ने जून 2011 में भारत अंतर्राष्ट्रीय लोकतंत्र और निर्वाचन प्रबंधन संस्थान (आईआईआईडीईएम) की भी स्थापना की। आईआईआईडीईएम को सहभागी लोकतंत्र और निर्वाचन प्रबंधन के संबंध में शिक्षण, अनुसंधान, प्रशिक्षण और सुदृढ़ीकरण के उच्च-स्तरीय संसाधन केन्द्र के रूप में स्थापित किया गया है। राष्ट्रीय हितधारकों हेतु प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के अतिरिक्त, आईआईआईडीईएम ने अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों हेतु अनेक प्रशिक्षण कार्यक्रम, क्षमता-वर्द्धन कार्यशालाएं सम्मेलनों और राउन्ड टेबल मेज वार्ताएं भी आयोजित की हैं।
भारत निर्वाचन आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में निर्वाचन प्रक्रियाओं के संचालन के लिए उत्तरदायी है। यह निकाय भारत में लोक सभा, राज्य सभा, राज्य विधान सभाओं और देश में राष्ट्रपति एवं उप-राष्ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों का संचालन करता है। निर्वाचन आयोग संविधान के अनुच्छेद 324 और बाद में अधिनियमित लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के प्राधिकार के तहत कार्य करता है।
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