ECI द्वारा
सं. ईसीआई/प्रे. नो./07/2021
दिनांकः 25 जनवरी, 2021
प्रेस नोट
देश ने 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया
राष्ट्रपति ने वर्चुअल, ऑनलाइन तरीके से नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर के समारोह में भाग लिया
आयोग ने डिजिटल मतदाता कार्डों, यूनिक वेब रेडियो का शुभारंभ किया
आज 25 जनवरी, 2021 को पूरे देश भर में 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया, नई दिल्ली में आयोजित इस राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम की भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने वर्चुअल, ऑनलाइन तरीके से शोभा बढ़ाई। श्री रवि शंकर प्रसाद, केंद्रीय विधि एवं न्याय, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने विशिष्ट अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील चंद्रा, श्री राजीव कुमार और महासचिव श्री उमेश सिन्हा ने इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। इस वर्ष, कोविड-19 के कारण, पूरे देश में एनवीडी समारोह प्रत्यक्ष और वर्चुअल, दोनों कार्यक्रमों का मिश्रण होंगे।
एनवीडी 2021 का थीम है 'मतदाता बनें - सशक्त, सतर्क, सुरक्षित और जागरूक'। यह कोविड से सुरक्षित निर्वाचनों के साथ-साथ प्रत्येक मतदाता को जागरूक, नैतिक और सतर्क बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की प्रतिबद्धता की पुनरूक्ति है।
राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने अपने संबोधन में कहा कि हमें मत के बहुमूल्य अधिकार का सदैव सम्मान करना चाहिए। मताधिकार एक सामान्य अधिकार नहीं है; विश्व भर के लोगों ने इसके लिए बहुत संघर्ष किया है। स्वतंत्रता के बाद से, हमारे संविधान ने सभी नागरिकों को योग्यता, धर्म, वर्ग, जाति के आधार पर बिना किसी भेदभाव के समान मताधिकार दिया है। इसके लिए हम अपने संविधान निर्माताओं के ऋणी हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार, बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने मतदान के अधिकार को सर्वोपरि माना। अतः, यह हम सब, विशेषकर हमारे उन युवाओं, जिन्हें पहली बार मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ है, का उत्तरदायित्व है कि अपने मताधिकार का प्रयोग पूर्ण निष्ठा के साथ करें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
विगत वर्ष कोविड-19 की वैश्विक महामारी के दौरान बिहार, जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख में सफल और सुरक्षित निर्वाचनों का संचालन करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लोकतंत्र के लिए यह एक असाधारण उपलब्धि है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि निर्वाचन आयोग ने सहज, समावेशी और सुरक्षित निर्वाचन करवाने के लिए कई अभिनव और समयबद्ध उपाय किए हैं।
विशिष्ट अतिथि, श्री रविशंकर प्रसाद ने भारत के संस्थापक निर्माताओं की गहन दृष्टि का अभिनंदन किया, जिन्होंने अपने खिलाफ आने वाली मुश्किल बाधाओं के बावजूद, एक ऐसा ढांचा तैयार किया जिसने हर एक भारतीय को सशक्त बनाया। डिजिटल वोटर कार्ड के शुभारंभ के बारे में बोलते हुए, उन्होंने निर्वाचन आयोग के आईटी संबंधी प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग और सिविल तथा पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण निर्वाचन सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त, श्री सुनील अरोड़ा ने सुरक्षित और सकुशल निर्वाचनों का आयोजन करने में आयोग के दृढ़ संकल्प को दोहराया, जिसे दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों ने सराहा। श्री अरोड़ा ने इस बात की सराहना करते हुए कहा कि कैसे निर्वाचन मशीनरी के अथक प्रयासों ने यह सुनिश्चित किया कि दिव्यांगजनों, 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और कोविड-19 के कारण क्वारंटीन हुए व्यक्तियों के लिए डाक मतपत्र की सुविधा प्रदान की गई ताकि प्रभावी ढंग से यह सुनिश्चित हो सके कि कोई भी मतदाता न छूटे। चूंकि आयोग वर्ष 2021 में चार राज्यों और एक संघ राज्य क्षेत्र में आगामी निर्वाचनों की तैयारी कर रहा है, अत: श्री अरोड़ा ने वैश्विक महामारी में निर्वाचन प्रबंधन को फिर से परिभाषित करने की प्रतिबद्धता के महत्व पर जोर दिया।
अपनी टिप्पणियों में निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील चंद्रा ने कहा कि 11वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मतदाताओं, विशेषकर देश के नए मतदाताओं की निर्वाचकीय भागीदारी बढ़ाने और उन्हें संसूचित, नैतिक और सतर्क मतदाता के रूप में सशक्त बनाने के उद्देश्य से मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में निर्वाचन, आयोग के अधीक्षण, निर्देशन और नियंत्रण में आयोजित एक विशाल कार्य है। स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी निर्वाचनों के लक्ष्य की पूर्ति हेतु लॉजिस्टिक्स के अतिरिक्त, व्यापक पैमाने, आकार, विविधता और जटिलता के संदर्भ में इस कवायद की अपनी चुनौतियां हैं। समयसीमा में सख्त अनुपालन की अपेक्षा होती है किन्हीं भी विलंबों और गलतियों के लिए बहुत कम गुंजाइश होती है। यही हमारे निर्वाचनों को दूसरों के लिए पवित्र और आदर्श बनाता है।
निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने 11 वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के राष्ट्रीय समारोह के अवसर पर, गणमान्य पदाधिकारियों और पुरस्कृत व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारतीय निर्वाचनों की जटिलता के बावजूद, उन्हें निर्धारित समय पर सावधानीपूर्वक आयोजित किया जाता है। उन्होंने इस अवसर पर विशेष रूप से महिला मतदाताओं, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों का स्वागत किया।
आज दो अद्वितीय डिजिटल पहल का अनावरण किया गया। आयोग डिजिटल मतदाता पहचान पत्र या ई-एपिक संचालित कर रहा है, जिसे (www.voterportal.eci.gov.in) या राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (www.nvsp.in/) मतदाता हेल्पलाइन मोबाइल एप, मतदाता पोर्टल से लॉग इन करने के बाद मोबाइल फोन पर या कंम्प्यूटर पर स्व-मुद्रण रूप में डाउनलोड किया जा सकता है।
भारत के माननीय राष्ट्रपति ने 'रेडियो हैलो वोटर्स'-एक 24x7 ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा का शुभारंभ किया, जो मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों को उपलब्ध करवाएगी, इस पर भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के जरिए पहुंचा जा सकता है। रेडियो हैलो वोटर्स में पूरे देश में हिंदी, अंग्रेजी और विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में गीत, नाटक, चर्चा, पॉडकास्ट, स्पॉट, पैरोडी आदि के माध्यम से निर्वाचकीय प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने की परिकल्पना की गई है।
विशिष्ट अतिथि, श्री रविशंकर प्रसाद ने पांच नए मतदाताओं को उनके डिजिटल मतदाता पहचान पत्र दिए। जबकि एसएसआर 2021 के दौरान अनूठे मोबाइल नंबर वाले केवल नव नामांकित निर्वाचक 25 जनवरी से 31 जनवरी 2021 तक ई-एपिक डाउनलोड कर सकते हैं- तथापि यह सुविधा 1 फरवरी 2021 से सभी अन्य निर्वाचकों को दी जाएगी।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने वर्चुअल तरीके से विभिन्न क्षेत्रों में निर्वाचन के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ निर्वाचकीय पद्धतियों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए। इसके अलावा, मतदाता जागरूकता और आउटरीच के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सीएसओ, सरकारी विभागों और मीडिया घरानों को भी पुरस्कार प्रदान किए गए। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भी इस राष्ट्रीय समारोह में भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद द्वारा तीन प्रकाशनों का विमोचन किया गया। पहली किताब है- वैश्विक महामारी के दौरान निर्वाचनों का संचालन-एक फोटो यात्रा है जिसमें इस वैश्विक महामारी के बीच निर्वाचनों का संचालन करवाने की चुनौतीपूर्ण यात्रा को प्रदर्शित किया गया है। दूसरी स्वीप द्वारा किए गए प्रयास: लोकसभा निर्वाचन, 2019 के दौरान जागरूकता पहल, है जो 2019 में आयोजित 17वें साधारण निर्वाचनों के दौरान मतदाता जागरूकता संबंधी कार्याकलापों, नवाचारों और पहल के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। चलो करें मतदान- एक कॉमिक पुस्तक का भी इस समारोह में विमोचन किया गया था, जिसका उद्देश्य युवा, नए और भावी मतदाताओं को लक्षित करके एक मजेदार और प्रेरणादायक तरीके से मतदाता शिक्षा देना है।
भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस को मनाने के लिए वर्ष 2011 से हर साल 25 जनवरी को पूरे देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। भारत निर्वाचन आयोग की वर्ष 1950 में इसी दिन स्थापना की गई थी। राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का मुख्य उद्देश्य विशेषकर नए मतदाताओं को प्रोत्साहित करना, सुविधा देना और नामांकन को बढ़ाना है। देश के मतदाताओं को समर्पित, इस दिवस का उपयोग निर्वाचन प्रक्रिया में संसूचित भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाने हेतु किया जाता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस विवरणिका के लिए डाउनलोड लिंक:
https://ecisveep.nic.in/files/file/1391-national-voters-day-2021-brochure/
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