ECI द्वारा
सं. ईसीआई/पीएन/79/2022
31.10.2022
प्रेस नोट
भारत निर्वाचन आयोग ने दुनिया भर के निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के साथ 'चुनावी सत्यनिष्ठा समूह' का नेतृत्व किया; मॉरीशस, ग्रीस और आईएफईएस आयोग के साथ इसके सह-अध्यक्ष के रूप में शामिल हुए
लोगों की सामूहिक इच्छा की अभिव्यक्ति को सही मायनों में प्रतिबिंबित करने वाला समावेशी निर्वाचन, लोकतंत्र की कसौटी है: मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने सोशल मीडिया की चुनौतियों और कार्यरत निर्वाचन प्रबंधन निकायों के साथ विचार-विनियम पर जोर दिया
निर्वाचन प्रबंधन निकाय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों से यह अपेक्षा करते हैं कि वे अपनी 'कलन शक्ति' (पॉवर ऑफ अल्गोरिथम) का उपयोग करें, फर्जी खबरों के बारे में अत्यन्त तत्परतापूर्वक सचेत करने को कहा: मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री कुमार
भारत निर्वाचन आयोग ने विश्व के लोकतंत्रिक देशों को निर्वाचन प्रबंधन में अपनी सुविज्ञता से अवगत कराने की पेशकश की।
कोविड महामारी जैसे उथल-पुथल भरे समय के दौरान भी चुनाव न करवाना लोकतांत्रिक देशों के लिए कोई विकल्प नहीं है: मुख्य निर्वाचन आयुक्त
भारत का निर्वाचन आयोग, निर्वाचन प्रक्रियाओं की निगरानी करने वाले एक अच्छी तरह से संचालित निर्वाचन प्रबंधन निकाय का एक प्रमाण है: प्रभारी राजदूत, संयुक्त राज्य अमेरिका
भारत निर्वाचन आयोग ने लोकतंत्र शिखर सम्मेलन पर अनुवर्ती कार्रवाई करते हुए 'निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता' पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की"
भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने निर्वाचन आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडेय के साथ आज 'निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता' विषय पर द्वि दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इस सम्मेलन का आयोजन भारत निर्वाचन आयोग के नेतृत्व वाले निर्वाचन सत्यनिष्ठा समूह, जिसे दिसंबर, 2021 में आयोजित 'लोकतंत्र शिखर सम्मेलन' पर अनुवर्ती कार्रवाई के रूप में स्थापित किया गया था, के अंतर्गत नई दिल्ली में किया गया।
उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य भाषण में, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष, समावेशी, सुगम और प्रलोभन मुक्त निर्वाचन के लोकतांत्रिक राज-व्यवस्था की आधारशिला होने के नाते यह शांतिपरक और विकासमान प्रतिफलों की एक पूर्व-शर्त है। ये आधारभूत संकल्पनाएं इस समझ को अभिव्यक्त करती हैं कि संप्रभुता पर देश के लोगों का हक है और यह (संप्रभुता) उनसे निःसृत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि समावेशन का अर्थ असमानताओं को, विशेष रूप से महिलाओं, दिव्यागंजनों, वरिष्ठ नागरिकों, युवा मतदाताओं और हाशिए पर धकेल दी गई आबादी समायोजित करना भी है।
उद्घाटन समारोह में मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार का संबोधन। यहां देखें: https://youtu.be/YF5niqARHso
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने भारत में लोकतंत्र के विचार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोकतंत्र हमेशा से भारतीय लोकाचार का एक हिस्सा, जीवन पद्धति रही है। भांति-भांति के अभिमत, संवाद, चर्चा, दूसरे के विचारों को जगह देना, द्वेषभाव का न होना हमारी संस्कृति के अंतर्भूत अंग रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचनों के परिणामों में लोगों का भरोसा एक स्वस्थ लोकतंत्र का सबसे बुनियादी सिद्धांत है।
सम्मेलन के थीम के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि 'निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, रूपरेखा और क्षमता', ‘निर्वाचन सत्यनिष्ठा’ के लिए प्रमुख निर्मिति संरचना है क्योंकि यह किसी भी निर्वाचकीय लोकतंत्र की अधोसंरचनात्मक और कार्यात्मक दोनों पहलुओं को कवर करती हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने शिखर सम्मेलन की प्रतिबद्धताओं को साकार रूप देकर आगे बढ़ाने के लिए विश्व के लोकतांत्रिक देशों को निर्वाचन प्रबंधन में भारत निर्वाचन आयोग की सुविज्ञता की पेशकश की।
आज के संदर्भ में निर्वाचन प्रबंधन निकायों के सामने आ रही कठिन चुनौतियों पर बोलते हुए, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों के साथ मिलकर काम कर रहे निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के बीच परस्पर विचार-विनिमय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म यह स्व-घोषणा अवश्य करते हैं कि उनके यहां विषय-वस्तु प्रदर्शन नीतियां हैं, लेकिन उनके यहां "कलन शक्ति" भी काम करती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि "निर्वाचन प्रबंधन निकायों की सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से यह अपेक्षा अनुचित नहीं है कि जानी-पहचानी कार्यप्रणाली और तौर-तरीकों के आधार पर फर्जी खबरों को और अधिक जल्दी तथा तह तक जाकर उजागर किया जाए। श्री कुमार ने यह भी कहा कि फर्जी खबरों को रोकने के लिए इस तरह के अग्र-सक्रिय दृष्टिकोण से निर्वाचन परिणामों में भरोसा उत्पन्न होगा जो उस 'स्वतंत्रता' को बनाए रखने में सहायक होगा जिसकी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को फलने-फूलने के लिए दरकार है।
श्री राजीव कुमार ने कहा कि यह समूह एक-दूसरे से सीखने के लिए सही मंच है जैसा कि हमने कोविड महामारी के दौरान किया। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी जैसे उथल-पुथल भरे समय के दौरान मताधिकार से अस्थायी रूप से भी वंचित रखना, लोकतांत्रिक देशों के लिए एक विकल्प नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समूह प्रासंगिक चुनौतियों और अवसरों पर सहयोग करने के लिए कई और संवाद-कार्यक्रमों और सांस्थानिक तंत्रों की नींव रखेगा।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सुश्री एलिजाबेथ जोन्स, प्रभारी राजदूत, संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा कि भारत के साथ संबंध सबसे अधिक परिणाममूलक है। उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और दुनिया भर में शांति, सुरक्षा और समृद्धि के लिए सहयोग करने हेतु यह साझेदारी मजबूत होती जा रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका और भारत दोनों ने लोकतांत्रिक संस्थानों को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने चुनौतियों की जांच-परख करते समय लोकतांत्रिक सिद्धांतों को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान यह भी कहा "भारत का निर्वाचन आयोग, निर्वाचन प्रक्रियाओं की निगरानी करने वाले सुव्यवस्थित निर्वाचन प्रबंधन निकाय का एक प्रमाण है। संयुक्त राज्य अमेरिका आपके नेतृत्व और अन्य लोकतंत्रों के साथ अपनी सुविज्ञता साझा करने को लेकर कृतज्ञता व्यक्त करता है। भारतीय चुनावों के संचालन ने दुनिया भर के लोकतंत्रों के लिए मानक निर्धारित किए हैं।” उन्होंने सूचना परिवेश में हेर-फेर करने, महिलाओं और उपेक्षित समुदायों की भागीदारी में उत्पन्न बाधाओं, लोगों में संकीर्णता बढ़ने और निर्वाचन सत्यनिष्ठा को क्षीण करने वाले तंत्रगत भ्रष्टाचार सहित निर्वाचनों के संचालन में आ रही विभिन्न उभरती चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला।
आईआईआईडीईएम के महानिदेशक और वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त श्री धर्मेंद्र शर्मा ने द्विदिवसीय सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। श्री मो. इरफ़ान अब्दुल रहमान, मॉरीशस के चुनाव आयुक्त, सुश्री एग्गेलिकी बरौता, अध्यक्ष निर्वाचन और राजनीतिक दल विभाग, गृह मंत्रालय, ग्रीस, श्री एंथनी बानबरी, अध्यक्ष और सीईओ, इंटरनेशनल फाउंडेशन फॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स, श्री केविन कैसास- ज़मोरा, महासचिव, अंतर्राष्ट्रीय आइडिया, आर्मेनिया, मॉरीशस, नेपाल, काबो वर्डे, ऑस्ट्रेलिया, चिली, माइक्रोनेशिया संघीय राज्य, ग्रीस, फिलीपींस, कोस्टा रिका, घाना, जमैका, अल्बानिया, नेपाल, ग्रीस, मोंटेनोग्रो, स्पेन सहित यूएनडीपी और ईएमबी के प्रतिनिधि, महामहिम, राजदूत/उच्चायुक्त और राजनयिक कोर के अन्य सदस्य, भारत निर्वाचन आयोग और विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकारीगण इस द्विदिवसीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर 'मतदाता शिक्षा और जागरूकता के लिए सहयोग और भागीदारी' थीम पर भारत निर्वाचन आयोग की पत्रिका "वॉयस इंटरनेशनल", जिसमें निर्वाचन प्रबंधन निकायों की सर्वश्रेष्ठ पहल प्रदर्शित की गई हैं, के नवीनतम संस्करण का अनावरण किया गया।
अधिक ब्यौरे के लिए, आप कृपया ट्विटर थ्रेड @ECISVEEP तथा निम्नलिखित पर भी अद्यतन जानकारी प्राप्त करें:
1. https://eci.gov.in/files/file/14519-eci-to-host-a-two-day-international-conference-on-%E2%80%98role-framework-capacity-of-embs%E2%80%99-as-the-lead-for-the-cohort-on-%E2%80%98election-integrity%E2%80%99-as-a-follow-on-to-the-summit-for-democracy%E2%80%9D/
2. https://eci.gov.in/ic/democracy-cohort-2022/
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