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सं.भा.नि.आ./प्रेस नोट/13/2020
दिनांक: 25 जनवरी, 2020
प्रेस नोट
भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस के अवसर पर 10वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह मनाया गया।
देशभर में आज 10वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर के इस समारोह की अध्यक्षता की। श्री रविशंकर प्रसाद, केंद्रीय विधि एवं न्याय, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने भी माननीय अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा और श्री सुशील चंद्रा तथा महासचिव श्री उमेश सिन्हा एवं महानिदेशक श्री धर्मेन्द्र शर्मा ने गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया गया।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2020 का थीम ‘सशक्त लोकतंत्र के लिए निर्वाचन साक्षरता’ था जिसके अंतर्गत अधिकाधिक सहभागिता और जागरूक तथा नैतिक मतदान सुनिश्चित करने हेतु सभी के लिए निर्वाचक साक्षरता के प्रति भारत निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। इस वर्ष से भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर अभिलक्षित होता है क्योंकि भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द ने 17वीं लोकसभा के निर्वाचन स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सफलतापूर्वक आयोजित करवाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए गए विभिन्न प्रकार के कार्यकलापों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने देश के दूरस्थ स्थानों पर निर्वाचक नामावली में मतदाताओं का नाम शामिल करने के लिए उन तक पहुंचने हेतु की गई पहल तथा उन्हें मताधिकार का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विशेष रूप से सराहना की, जिसके फलस्वरूप 67.47% का ऐतिहासिक मतदाता प्रतिशत दर्ज किया गया। उन्होंने उन 6 नए मतदाताओं को बधाई दी जिन्हें आज निर्वाचक फोटो पहचान-पत्र प्रदान किए गए थे। राष्ट्रपति ने सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार सिद्धांत का भी विशेष रूप से उल्लेख किया जिससे समस्त पात्र भारतीय नागरिकों को भारतीय गणतंत्र की यात्रा की शुरूआत से ही मतदान करने में सहायता मिली। श्री कोविन्द ने पिछली लोक सभा के साधारण निर्वाचनों में लैंगिक अंतर को 0.1% से कम करना सुनिश्चित करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा किए गए विशेष प्रयासों का भी उल्लेख किया उन्होंने निर्वाचक साक्षरता क्लबों के प्रयासों की तथा दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए स्थानीय भाषा का प्रयोग करने की भी विशेष सराहना की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने निर्वाचन संचालन में विभिन्न क्षेत्रों में अधिकारियों द्वारा उत्कृष्ट कार्य निष्पादन करने के लिए उन्हें सर्वोत्तम निर्वाचन पद्धतियों के राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया। जिला प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों के सतत प्रयासों से नए पात्र मतदाताओं का नामांकन सुनिश्चित करने, मतदान अनुभव को सुगम बनाने हेतु स्वीप एप का शुभारंभ करने, नवीनतम उपायों के साथ निर्वाचनों का संचालन करने, मतदान केंद्रों पर दिव्यांगजनों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने तथा भंयकर चक्रवाती तूफान जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम-काज करने अथवा सुरक्षा ग्रिड तंत्र का समन्वय करने हेतु उनके द्वारा किए गए अथक प्रयासों की प्रशंसा की गई। इसके अतिरिक्त, सीएसओज, सरकारी विभागों और मीडिया हाउसिस को भी मतदाता जागरूकता और आउटरीच के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
केंद्रीय मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद द्वारा दो पुस्तकों का विमोचन किया गया और इन्हें माननीय राष्ट्रपति को भेंट किया गया। पहली पुस्तक ‘बीलिफ इन द बैलेट-II’ थी जो कि भारतीय निर्वाचनों के बारे में देशभर की 101 मानवीय कहानियों का संकलन है। यह निर्वाचन अधिकारियों और मतदाताओं, दोनों की साहसिक, रूचिकर और प्रेरक कहानियों का संयोजन है, और इसमें निर्वाचन अधिकारियों के साहस, त्याग और समर्पण के अनुभवों तथा मतदाताओं के उत्साह एवं प्रतिबद्धता का वर्णन किया गया है।
विमोचन की जाने वाली दूसरी पुस्तक ‘द सैंटिनेरियन वोटर्स’ : सैंटिनल्स ऑफ अवर डेमोक्रेसी’ थी। इस संग्रह में भारत के उन 51 शतायु मतदाताओं की कहानियों और अनुभव को प्रस्तुत किया गया है जिन्होंने दुर्गम रास्तों, अस्वस्थता तथा अन्य चुनौतियों का साहसपूर्वक सामना करके अपना मतदान किया।
अफगानिस्तान, बंग्लादेश, भूटान, कज़ाखिस्तान, किरगिज़ रिपब्लिक, मालदीव, मॉरीशस, नेपाल, श्रीलंका और टयूनीशिया के मुख्य निर्वाचन आयुक्तों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी समारोह की शोभा बढ़ाई। निर्वाचनों के क्षेत्र में कार्यरत प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय संस्थान जैसे ई-वेब, आईएफईएस और अंतर्राष्ट्रीय आईडीईए भी इस आयोजन के भाग थे। विभिन्न देशों के राजदूतों और लोकतंत्र व निर्वाचनों के क्षेत्र में कार्यरत राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त राजनैतिक दलों और संसद के सदस्यों ने भी इस राष्ट्रीय समारोह में भाग लिया।
भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 25 जनवरी को वर्ष 2011 से पूरे देश में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 1950 में 25 जनवरी को ही आयोग की स्थापना की गई थी। इस वर्ष, भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना के शानदार 70 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में तीन दिन तक समारोह आयोजित किए गए। 23 जनवरी को भारत के प्रथम मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुकुमार सेन की स्मृति में पहली बार वार्षिक व्याख्यान श्रृंखला (लेक्चर सीरिज़) का आयोजन किया गया। भारत के माननीय भूतपूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी़ द्वारा व्याख्यान दिया गया। 24 जनवरी को ‘‘सांस्थानिक क्षमता का सुदृढ़ीकरण’’ विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का मुख्य उद्देश्य विशेषकर नए मतदाताओं के नामांकन को प्रोत्साहित करना, सुविधाजनक बनाना तथा इसमें वृद्धि करना है। देश के मतदाताओं को समर्पित, इस विशेष दिन का उपयोग निर्वाचन प्रक्रिया में संसूचित सहभागिता को बढ़ावा देने के लिए मतदाताओं में जागरूकता फैलाने के लिए किया जाता है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के लिए लिंक डाउनलोड करें:
ब्रोशर: https://ecisveep.nic.in/files/file/1200-national-voters-day-2020-brochure/