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सं. ईसीआई/प्रे.नो./25/2020
दिनांकः 18 फरवरी, 2020
प्रेस नोट
निर्वाचन आयोग के कार्यसमूहों ने भारत निर्वाचन आयोग को अपनी प्रारूप सिफारिशें प्रस्तुत कीं
भारत निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के नौ कार्यसमूहों और 20 से अधिक मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने लोक सभा के साधारण निर्वाचनों और हाल ही में आयोजित अन्य निर्वाचनों से प्राप्त सीख पर विचार-विमर्श करने के लिए नई दिल्ली में दो-दिवसीय सम्मेलन में मुलाकात की।
कार्यसमूहों के सदस्यों और मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को अपना संदेश देते हुए, मुख्य निर्वाचन आयुक्त, श्री सुनील अरोड़ा ने नौ कार्यदलों के अधिकारियों की उनकी अर्थपूर्ण और ठोस सिफारिशों के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आयोग कार्यसमूहों की सिफारिशों की जाँच करेगा और इन पर विचार और स्वीकृत करने के बाद इन सिफारिशों को हितधारकों की राय जानने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र (पब्लिक डोमेन) में रखा जाएगा। समापन सत्र में सीईसी, श्री अरोड़ा उपस्थित नहीं हो सके।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए, निर्वाचन आयुक्त श्री अशोक लवासा ने अधिकारियों को कार्यान्वयन योग्य सिफारिशें करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि "आयोग को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते समय, समूहों को प्रक्रियात्मक या नियम या कानून में संशोधन की आवश्यकताओं का सुझाव देने के लिए अल्पावधिक, मध्यावधिक और दीर्घावधिक रूप से वर्गीकृत कार्यों की रूपरेखा बनानी चाहिए।"
निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील चंद्रा ने कहा कि इस अभ्यास का अंतिम उद्देश्य मतदाताओं के लिए पंजीकरण और मतदान के अनुभव को सुखद बनाना होना चाहिए। श्री चंद्रा ने कहा कि हालांकि इन समूहों ने मौजूदा अंतराल की पहचान करने और निर्वाचन प्रक्रियाओं में आगे बढ़ने के लिए मेहनत की है, तथापि सीईओ को भविष्य के लिए प्रक्रियाओं को सुप्रवाही बनाने के लिए प्रौद्योगिकी की मदद लेनी चाहिए। श्री चंद्रा ने दिल्ली के हाल के निर्वाचनों का उदाहरण दिया, जहां बूथ एप, क्यूआर कोड पर्चियों ने सभी प्रयोक्ताओं के लिए मतदान के अनुभव को सुविधाजनक बनाया।
आयोग ने सीईओ और आयोग के अधिकारियों के नौ कार्यसमूह बनाए थे जिसमें निर्वाचन नामावली संबंधी मुद्दे, मतदान केंद्र प्रबंधन, एमसीसी, मतदान प्रक्रिया और सामग्री सूची, क्षमता निर्माण, आईटी अनुप्रयोग, व्यय प्रबंधन, स्वीप और मीडिया इंटरफ़ेस एवं निर्वाचन संबंधी सुधार सहित निर्वाचन प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं को कवर किया गया।
आयोग ने सभी सीईओ और भारत निर्वाचन आयोग के सभी अधिकारियों को गहन विचार-विमर्श और महीनों के प्रयास के बाद इन सिफारिशों और कार्य बिंदु को तैयार करने के लिए धन्यवाद और बधाई दी।