इस फाइल के बारे में
सं. ईसीआई/पीएन/42/2023 12.07.2023
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने विश्व निर्वाचन निकाय संघ (ए-वेब) की
कार्यकारिणी बोर्ड की 11 वीं बैठक में भाग लिया
दुनिया भर में निर्वाचकीय सत्यनिष्ठा को पटरी से उतारने वाली मिथ्या कहानियों जैसी चुनौतियों पर काम करने के लिए ए-वेब जैसे मंच निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबीज्) के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने विश्व निर्वाचन निकाय संघ की कार्यकारिणी बोर्ड (ए-वेब) की 11वीं बैठक में भाग लेने के लिए कोलंबिया के कार्टाजेना में भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के एक तीन-सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। विश्व निर्वाचन निकाय संघ विश्व-भर में निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबीज्) का सबसे बड़ा संघ है, जिसमें 119 ईएमबी सदस्य हैं और 20 क्षेत्रीय संघ/संगठन सहयोगी सदस्य हैं। दिनांक 13 जुलाई, 2023 को नेशनल सिविल रजिस्ट्री,कोलंबिया द्वारा “क्षेत्रीय निर्वाचन की चुनौतियों पर एक वैश्विक दृष्टिकोण, 2023”नामक विषय-वस्तु पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार, ए-वेब के कार्यकारिणी बोर्ड के सदस्यों के साथ
विचार-विमर्श के दौरान, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री कुमार ने कहा कि एक वैश्विक संघ के रूप में ए-वेब निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबीज्) के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और ऐसा करके यह एक-दूसरे के अनुभवों एवं सर्वोत्तम पद्धतियों से शिक्षण के कार्य को सक्षम बनारहा है।उन्होंने जोर देकर कहा कि ए-वेब जैसे मंचों के माध्यम से निर्वाचन प्रबंधन निकाय (ईएमबीज्) मिथ्या कहानियों जैसी गंभीर चुनौतियों,जो विश्व-भर में निर्वाचकीय सत्यनिष्ठा को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहे हैं, का विरोध करने के लिए मिलकर कार्य कर सकते हैं।
कार्यकारिणी बोर्ड की बैठक में विचार-विमर्शों के दौरान,प्रतिभागियों ने अन्य मामलों के साथ-साथ वर्ष 2023-24 के दौरान ए-वेब द्वारा चलाए जाने वाले कार्यक्रमों एवं कार्यकलापों, ए-वेब इंडिया सेंटर सहित ए-वेब तथा इसके क्षेत्रीय कार्यालयों की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट, बजट एवं सदस्यता से संबंधित मामलों की विभिन्न एजेंडा मदों पर चर्चा की।
बैठक में अन्य एजेंडा मदों में, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने भारत निर्वाचन आयोग के प्रस्तावोंको उठाया, नामत:-(i) ए-वेब पोर्टल की स्थापना करना जो निर्वाचकीय प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं परसदस्य ईमबीज् के द्वारा चलाई गई सर्वोत्तम निर्वाचकीय पद्धतियों और की गई पहलों के निधान के रूप में काम करेगा और (ii) लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सार्थक योगदान देने वाले और महत्वपूर्ण पहल करने वाले निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईमबीज्) के लिए ए-वेब ग्लोबल पुरस्कार (अवार्ड्स) की स्थापना करना। इन दोनों प्रस्तावों को कार्यकारिणी बोर्ड द्वारा मंजूरी दे दी गई।
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मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार कोलंबिया के सिविल रजिस्ट्री के राष्ट्रीय रजिस्ट्रार मि. अलेक्जेंडर वेगा रोचा, दक्षिण अफ्रीका के निर्वाचन आयोग के अध्यक्ष, मि. मोसोथो मोएप्या, डोमिनिकन गणराज्य के केंद्रीय निर्वाचकीय बोर्ड की प्रमुख सदस्य मिस पेट्रीसिया लोरेंजो पनियागुआ, पनामा के निर्वाचन न्यायाधिकरण के पीठासीन मजिस्ट्रेट मि. अल्फ्रेडो जंका वेंडेहेके तथा इक्वाडोर के राष्ट्रपति निर्वाचन विवाद न्यायाधिकरण के अध्यक्ष मि. फर्नांडो मिनोज़ बेनिटेज़ के साथ
भारत निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधिमंडल में श्री मनोज साहू, उप निर्वाचन आयुक्त और श्री अनुज चांडक, संयुक्त निदेशक शामिल थे। बैठक के दौरान उप निर्वाचन आयुक्त श्री मनोज साहू द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान भारत ए-वेब केंद्र की गतिविधियों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी गई थी।
11वीं ए-वेब की कार्यकारी बोर्ड की बैठक से पृथक, आयोग की इलेक्ट्रॉनिक डाक मत-पत्र प्रणाली पर कोरिया गणराज्य के राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग के साथ एक द्विपक्षीय बैठक भी आयोजित की गई थी। भारत और दक्षिण कोरिया ने निर्वाचन प्रशासन के क्षेत्र में पारस्परिक सहयोगात्मक संबंध स्थापित करने के लिए वर्ष 2012 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। दोनों निर्वाचकीय प्रबंधन निकायों के बीच सेमिनारों, सम्मेलनों और प्रेक्षक कार्यक्रमों के लिए पदाधिकारियों की नियमित यात्राओं के माध्यम से सक्रिय द्विपक्षीय आवागमन और संपर्क बना हुआ है। राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग (एनईसी) ने भी मार्च 2023 में 'डेमोक्रेसी कॉहोर्ट ऑन इलेक्शन इंटीग्रिटी' के तत्वावधान में आयोग द्वारा आयोजित 'समावेशी निर्वाचन और निर्वाचकीय सत्यनिष्ठा' पर तीसरे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया।
पृष्ठभूमि: आयोग और ए-वेब
ए-वेब की स्थापना अक्टूबर, 2013 में सियोल, कोरिया गणराज्य में, सदस्य देशों में निर्वाचन प्रबंधन की प्रक्रियाओं को मजबूत करने के माध्यम से दुनिया भर में स्थायी लोकतंत्र प्राप्त करने के लिए इसके सदस्यों के बीच साझा दृष्टिकोण (के आधार) पर की गई थी। आयोग 2011-12 से ही ए-वेब के गठन की प्रक्रिया से बहुत ही निकटता से जुड़ा हुआ है और अक्टूबर 2013 में इसकी स्थापना के बाद से लगातार दो कार्यकाल (2013-15 और 2015-17) के लिए इसके कार्यकारी बोर्ड का सदस्य बना रहा। आयोग ने 2017-19 की अवधि के लिए ए-वेबके उपाध्यक्ष; 2019-22 तक की अवधि के लिए अध्यक्ष का पदभार संभाला और यह वर्तमान में ए-वेब के तत्काल पूर्व अध्यक्ष की हैसियत से 2022-24 के लिए इसके कार्यकारी बोर्ड का सदस्य है। स्मरण रहे कि नवंबर 2022 में केप टाउन में ए-वेब की 5वीं आम सभा की बैठक के दौरान, मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कोविड महामारी (2019 - 2022) के दौरान ईएमबीज् का सफलतापूर्वक नेतृत्व करने के बाद, आयोग से दक्षिण अफ्रीका के निर्वाचन आयोग को ए-वेब की अध्यक्षता सौंपी।
ए-वेब अपने सदस्य ईएमबीज् के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित करता है और निर्वाचन प्रबंधन प्रचलनों का अध्ययन करने और अन्य सदस्य ईएमबीज् के साथ ज्ञान साझा करने के लिए विभिन्न देशों में निर्वाचन आगंतुक और अवलोकन कार्यक्रमों को चलाता है।
भारत ए-वेब केंद्र
सितंबर 2019 में बेंगलुरु में आयोजित ए-वेब कार्यकारी बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, सर्वोत्तम प्रचलनों को साझा करने और अधिकारियों के प्रशिक्षण और ए-वेब के सदस्यों के पदाधिकारियों के प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण के लिए प्रलेखन और अनुसंधान के लिए नई दिल्ली में एक भारत ए-वेब केंद्र स्थापित किया गया है। यह केंद्र कई प्रकाशन और दस्तावेज़ प्रकाशित कर रहा है, जिसमें 'ए-वेब इंडिया जर्नल ऑफ़ इलेक्शन्स' नामक एक विश्व स्तरीय पत्रिका भी शामिल है। आयोग भारत ए-वेब केंद्र के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध करा रहा है।