
निर्वाचन आयुक्त
श्री अरुण गोयल ने 21 नवंबर, 2022 को भारत के निर्वाचन आयुक्त के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। श्री गोयल भारतीय प्रशासनिक सेवा के पंजाब कैडर के 1985 बैच के अधिकारी हैं और 37 वर्षों से अधिक की सेवा पूरी करने के बाद सचिव, भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के पद से सेवानिवृत्त हुए। 7 दिसंबर 1962 को पटियाला में जन्मे श्री गोयल ने गणित विषय में विज्ञान निष्णात (एमएससी) की उपाधि प्राप्त की है और प्रथम श्रेणी में प्रथम आने और पंजाबी विश्वविद्यालय की सभी परीक्षाओं में कीर्तिमान कायम करने के लिए इन्हें कुलाधिपति उत्कृष्टता पदक से सम्मानित किया गया। आप चर्चिल कॉलेज, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, इंग्लैंड से विकास अर्थशास्त्र में विशेष योग्यता के साथ स्नातकोत्तर हैं और आपने जॉन एफ कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट, हार्वर्ड विश्वविद्यालय, संयुक्त राज्य अमरीका में प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
भारी उद्योग मंत्रालय के सचिव के रूप में, आप भारत में ई-वाहन अभियान को उल्लेखनीय मोड़ तक ले आए। आपने ऑटो इंडस्ट्री के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) रिकॉर्ड समय में लागू की और 42,500 करोड़ रुपये के लक्ष्य से भी अधिक 67690 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त किया और इसी तरह, एडवान्स्ड केमिस्ट्री सेल बैटरी स्टोरेज के लिए पीएलआई के अंतर्गत 50 गीगावॉट क्षमता के लक्ष्य की तुलना में 98 गीगावॉट क्षमता की विनिर्माण ईकाइयों की स्थापना हुई। इंजीनियरिंग तथा अनुसंधान और विकास में तेजी लाने तथा इसके लिए अनुकूल परिवेश तैयार करने के लिए इन्होंने छह वेब-आधारित ओपन मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन प्लेटफॉर्म तैयार करवाए ताकि इंडस्ट्री के सामने पेश आ रही प्रौद्योगिकीय समस्याओं की पहचान करने और उनके लिए सुव्यवस्थित तरीके से समाधान क्राउडसोर्स करने के लिए भारत के तकनीकी संसाधनों और संबंधित इंडस्ट्री को एक नेटवर्क पर लाया जा सके जिससे कि स्टार्ट-अप में और भारतीय नवोन्मेषणों (इन्नोवेशन) के लिए एंजल फंडिंग में तेजी लाई जा सके। आपने पूरे भारत में 41 केन्द्रीय लोक उद्यम प्रतिष्ठानों (सीपीएसई) का परिचालन स्वामित्व परिप्रेक्ष्य से किया और उनके प्रचालन, विनिवेश, समापन, पुनरुद्धार, पुनर्गठन, परिसमापन आदि को दिशा दी।
भारत सरकार में, आपने संस्कृति मंत्रालय के सचिव; दिल्ली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष; श्रम और रोजगार मंत्रालय के अपर सचिव और वित्त सलाहकार; राजस्व विभाग, वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया है।
आप लुधियाना (1995-2000) और बठिंडा (1993-94) जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारी भी रहे हैं जहां आपने लोकसभा और विधानसभा के विभिन्न चुनावों का कुशलतापूर्वक संचालन किया।
पंजाब में प्रधान सचिव के रूप में, आपने न्यू चंडीगढ़ और अन्य सभी प्रमुख शहरों की मास्टर योजनाओं का संचालन किया, बहुत समय से लंबित पड़े विद्युत सुधारों को लागू किया: बिजली बोर्ड को निगमों में परिवर्तित किया, अवसंरचनात्मक निर्माण कार्यों की प्राक्कलन प्रक्रिया में परिवर्तन किए और ई-निविदा प्रणाली का चलन शुरू किया जिसके परिणामस्वरूप राजकोष में 25% की बचत हुई।
आप प्रकृति प्रेमी व्यक्ति हैं और उत्साही पर्यटक हैं। आपको स्काइडाइविंग, स्कूबा डाइविंग, व्हाइट-वाटर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और माउंटेन ज़िपिंग पसंद है।