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सं. ईसीआई/प्रेनो/61/2020
दिनांक: 21 सितंबर, 2020
प्रेस नोट
महामारी के बीच चुनाव का आयोजन – भारत निर्वाचन आयोग के वेबिनार में लोकतंत्रों ने बहुमूल्य विचार साझा किए
भारत निर्वाचन आयोग ने समयबद्ध, स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा सहभागी निर्वाचनों के संचालन के लिए निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबीज्) की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया
मुख्य चुनाव आयुक्त, श्री सुनील अरोड़ा ने आज दुनिया भर में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध, स्वतंत्र, निष्पक्ष और सहभागी निर्वाचनों के संचालन के लिए दुनिया भर में निर्वाचन प्रबंधन निकायों (ईएमबीज्) की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के लोकतंत्रों के संबंध में बोले गए कथन कि सरकारें "लोगों की, लोगों द्वारा और लोगों के लिए" होती हैं, को याद किया।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने नेल्सन मंडेला के एक उद्धरण को भी याद किया: “साहस का अर्थ डर का न होना नहीं होता, बल्कि डर के ऊपर विजय प्राप्त करना होता है। बहादुर आदमी वह नहीं है जिसे डर नहीं लगता, बल्कि बहादुर वह है जो डर पर विजय प्राप्त कर लेता है।”
"कोविड-19 के दौरान निर्वाचन आयोजित करवाने से संबंधित मुद्दे, चुनौतियाँ और प्रोटोकॉल: देश के अनुभवों को साझा करना," विषय पर अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के समापन के दौरान बोलते हुए श्री अरोड़ा ने इस प्रसंग से उभरे सामान्य विचारों पर प्रकाश डाला।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने जोर दिया कि आज की वेबिनार से यह स्पष्ट है कि निर्वाचनों के संचालन से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित करना महत्वपूर्ण है।
अपने भाषण के दौरान, चुनाव आयुक्त श्री सुशील चंद्रा ने जोर देकर कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के दौरान, न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव होने चाहिएं, बल्कि मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों की प्रस्तुतियां निर्वाचनों से पहले, निर्वाचनों के दौरान तथा निर्वाचनों के बाद की आवश्यक व्यापक तैयारियों को दर्शाती हैं। सबसे बड़ी चिंता यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता कोविड काल में मतदान करते समय सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने आयोग द्वारा अपनाए गए सुरक्षा प्रोटोकॉलों के संबंध में मतदाताओं के साथ प्रभावी संपर्क किए जाने पर भी जोर दिया।
अपने संबोधन में निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कहा कि महामारी के बीच भी, निर्वाचनों के सुचारू संचालन के संबंध में निर्वाचकों की बहुत सारी अपेक्षाएं होती हैं। इस वेबिनार में कोविड 19 की चुनौतियों के बीच निर्वाचनों के आयोजन करने संबंधी विचारों और अनुभवों का पारस्परिक आदान-प्रदान सभी लागू प्रोटोकॉलों के साथ-साथ सुरक्षा प्रावधानों और सेवाओं को शुरू करने में बहुत मददगार साबित होगा और पेश आ रही चुनौतियों के बावजूद लोकतंत्र को मजबूत करेगा। उन्होंने सभी कार्यरत निर्वाचन निकायों से भी अपील की कि वे नागरिकों के राजनीतिक अधिकारों की रक्षा करने के साथ-साथ लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थाओं की भी रक्षा करें।
प्रस्तुति देने वाले देशों में फिजी, कोरिया गणराज्य, मंगोलिया, ताइवान, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और मलावी शामिल थे। इस वेबिनार में भाग लेने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन इंटरनेशनल आईडीईए, ए-वेब तथा आईएफईएस थे ।
इस वेबिनार ने सभी प्रतिभागियों को विचार साझा करने और कोविड 19 महामारी के चुनौती भरे समय में स्वतंत्र, निष्पक्ष तथा पारदर्शी के साथ-साथ सुरक्षित निर्वाचनों के आयोजन और प्रबंधन सुनिश्चित करने की दिशा में एक दूसरे के अनुभवों से सीखने का शानदार अवसर प्रदान किया है।
वेबिनार के बारे में अधिक जानकारी http://indiaawebcentre.org पर उपलब्ध है।