मतदाता हेल्पलाइन ऐप (एंड्राइड के लिए)
अंग्रेज़ी में देखें   |   मुख्य विषयवस्तु में जाएं   |   स्क्रीन रीडर एक्सेस   |   A-   |   A+   |   थीम
Jump to content

Use the Advance Search of Election Commission of India website

Showing results for tags 'elc'.

  • टैग द्वारा खोजें

    Type tags separated by commas.
  • Search By Author

Content Type


श्रेणियाँ

  • वर्तमान मुद्दे
  • महत्वपूर्ण निर्देश
  • निविदा
  • प्रेस विज्ञप्तियाँ
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2022
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2021
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2020
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2019
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2018
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2017
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2016
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2015
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2014
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2013
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2012
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2011
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2010
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2009
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2008
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2007
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2006
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2005
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2004
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2003
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2002
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2001
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 2000
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 1999
    • प्रेस विज्ञप्तियाँ 1998
  • हैंडबुक, मैनुअल, मॉडल चेक लिस्ट
    • हैंडबुक
    • मैनुअल
    • मॉडल चेक लिस्ट
    • ऐतिहासिक निर्णय
    • अभिलेखागार
  • अनुदेशों के सार-संग्रह
    • अनुदेशों के सार-संग्रह (अभिलेखागार)
  • न्यायिक संदर्भ
    • के आधार पर निरर्हता -
    • अयोग्य व्यक्तियों की सूची
    • आदेश और नोटिस - आदर्श आचार संहिता
    • आदेश और नोटिस - विविध
  • ई वी एम
    • ई वी एम - ऑडियो फाइल
  • उम्मीदवार/ प्रत्याशी
    • उम्मीदवार/ प्रत्याशी के शपथ पत्र
    • उम्मीदवार/प्रत्याशी का निर्वाचन व्यय
    • उम्मीदवार/प्रत्याशी नामांकन और अन्य प्रपत्र
  • राजनीतिक दल
    • राजनीतिक दलों का पंजीकरण
    • राजनीतिक दलों की सूची
    • निर्वाचन चिह्न
    • राजनीतिक दलों का संविधान
    • संगठनात्मक चुनाव
    • पार्टियों की मान्यता / मान्यता रद्द करना
    • विवाद, विलय आदि
    • विविध, आदेश, नोटिस, आदि
    • पारदर्शिता दिशानिर्देश
    • वर्तमान निर्देश
    • योगदान रिपोर्ट
    • इलेक्टोरल ट्रस्ट
    • व्यय रिपोर्ट
    • वार्षिक लेखा परीक्षा रिपोर्ट
  • साधारण निर्वाचन
  • विधानसभा निर्वाचन
  • उप-निर्वाचन
  • उप-निर्वाचन के परिणाम
  • राष्ट्रपति निर्वाचन
  • सांख्यिकीय रिपोर्ट
  • पुस्तकालय और प्रकाशन
  • न्यूज़लैटर
  • साइबर सुरक्षा न्यूज़लैटर
  • प्रशिक्षण सामग्री
  • निर्वाचक नामावली
  • परिसीमन
  • परिसीमन वेबसाइट
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग
  • बेस्ट शेयरिंग पोर्टल
  • निर्वाचन घोषणापत्र
  • राजभाषा
  • संचार
  • प्रस्तावित निर्वाचन सुधार
  • प्रेक्षक निर्देश
  • प्रवासी मतदाता
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग
  • अन्य संसाधन
  • अभिलेखागार

Categories

  • निर्वाचन
    • राज्यों की परिषद के लिए निर्वाचन
    • राष्ट्रपतिय निर्वाचन
    • आरओ/डीईओ के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
    • निर्वाचन तन्त्र
    • संसद
    • निर्वाचन क्षेत्रों का परिसीमन
    • निर्वाचनों में खड़ा होना
    • परिणाम की गणना एवं घोषणा
  • मतदाता
    • सामान्य मतदाता
    • प्रवासी मतदाता
    • सेवा मतदाता
  • ई वी ऍम
    • सामान्य प्रश्न / उत्तर
    • सुरक्षा विशेषताएं
  • राजनीतिक दलों का पंजीकरण
  • आदर्श आचार संहिता

Categories

  • ईवीएम जागरूकता फिल्में
  • ईवीएम प्रशिक्षण फिल्में

Categories

  • मतदाता हेल्पलाइन ऍप
  • सी विजिल
  • उम्मीदवार सुविधा ऍप
  • पी डव्लू डी ऍप
  • वोटर टर्न आउट ऐप

Categories

  • Web Applications
  • Mobile Applications

Find results in...

ऐसे परिणाम ढूंढें जिनमें सम्‍मिलित हों....


Date Created

  • Start

    End


Last Updated

  • Start

    End


Filter by number of...

Found 2 results

  1. 82 downloads

    सं. ईसीआई/प्रेस नोट/112/2019 दिनांक: 29 नवम्बर, 2019 प्रेस नोट भारत निर्वाचन आयोग ने निर्वाचक साक्षरता क्लबों पर सिविल सोसायटी संगठनों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम का आयोजन किया 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सिविल सोसाइटी संगठनों तथा महाराष्ट्र एवं हरियाणा के राज्‍यस्‍तरीय मास्‍टर प्रशिक्षकों के लिए निर्वाचक साक्षरता क्लबों (ईएलसी) पर 2 दिवसीय कार्यशाला/प्रबोधन कार्यक्रम 28-29 नवंबर, 2019 को यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। लोकसभा निर्वाचन, 2019 के पश्चात, यह निर्णय लिया गया था, कि मतदाता जागरूकता के लिए जमीनी स्तर पर काम करने वाले सिविल सोसाइटी संगठनों से फीडबैक लेने और ईएलसी के माध्यम से मतदाताओं तक पहुंचने के लिए कार्यशाला आयोजित की जाए। इस कार्यशाला में देश भर के 53 प्रतिभागियों ने भाग लिया और प्रत्येक सदस्य को अपने अनुभव साझा करने का अवसर मिला। इसका उद्देश्‍य हालिया निर्वाचनों के प्रभाव आकलन की मुख्‍य-मुख्‍य बातों, फील्‍ड से अनुभवों, फीडबैक और भावी उपायों को सामने लाना था। आगे सामूहिक इनपुट निर्वाचन आयुक्त, श्री सुशील चंद्रा और महासचिव श्री उमेश सिन्हा सहित आयोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को प्रस्तुत किए गए। श्री सुशील चंद्रा, निर्वाचन आयुक्त ने प्रतिभागियों को क्षेत्र में उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और कहा, "आज मुझे लोकतंत्र के लिए आप लोगों ने स्‍वेच्‍छापूर्वक जो योगदान दिया है और कार्य किया है उसके बारे में सुनने के बाद बहुत अच्छा लगा। ऐतिहासिक मतदाता टर्नआउट विभिन्न हितधारकों के निरंतर प्रयासों की परिणति है। एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने के पश्चात, हमारे पास अभी भी चुनौतियां हैं और जिन्हें सतत प्रयासों के माध्यम से ही हल किया जा सकता है। युवा ऊर्जा के भंडार हैं। कॉलेजों में छात्र सबसे महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे हमारे सबसे युवा मतदाता हैं। कॉलेज ईएलसी को मतदान के लिए उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के महत्व पर उन्‍हें जानकारी देकर उन्‍हें सशक्त बनाना चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि देश के सभी मतदान बूथों में यह संदेश जाना चाहिए कि स्याही का अत्यधिक महत्व है और इसे लोगों की आम भाषा में पहुंचाया जाना चाहिए। उन्होंने सीएसओ सहभागियों से समस्याओं और खास-खास खामियों की पहचान करने और आगामी निर्वाचनों में मतदाता की भागीदारी बढ़ाने के लिए आयोग को अपने सुझाव देने का आग्रह किया। कार्यशाला के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए महासचिव, श्री उमेश सिन्हा ने कहा, "निर्वाचक साक्षरता क्लबों की स्थापना के माध्यम से, हम एक ऐसा बीज बोने की कोशिश कर रहे हैं जो बड़ा होकर निर्वाचन अज्ञानता के अंधेरे को दूर करने के लिए निर्वाचन जागरूकता के दीपक के रूप में काम करेगा। मेरा मानना है कि निर्वाचन लोकतंत्र का आधार होते हैं और लोकतंत्र की इमारत में हर मतदाता ईंट की तरह होता है। मतदान करने का आपका अधिकार केवल एक अधिकार नहीं है-यह समान रूप से एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है जो राष्ट्र के निर्माण में योगदान देती है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि लोग पर्याप्त रूप से जिम्मेदारी महसूस करें और प्रत्‍येक निर्वाचन में भाग लें।" श्री उमेश सिन्हा ने स्वीप प्रभाग को सीएसओ और अन्य प्रतिभागियों द्वारा दिए गए फीडबैक और सुझावों को संकलित करने और आयोग को प्रस्तुत करने का निदेश दिया। निर्वाचक साक्षरता क्लबों पर पृष्ठभूमि टिप्‍पणी अपने प्रमुख कार्यक्रम 'सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता' (स्वीप) के तहत, शैक्षिक संस्थानों/ संगठनों के माध्यम से निर्वाचक साक्षरता को मुख्य धारा में लाने की परियोजना शुरू की गई जिसमें प्रत्येक शिक्षण संस्थान में निर्वाचक साक्षरता क्लब स्‍थापित करने और औपचारिक शिक्षा प्रणाली से बाहर के लोगों को कवर करने के लिए प्रत्‍येक बूथ पर चुनाव पाठशाला की स्थापना करने की परिकल्पना की गई थी। ईएलसी, जिसे 25 जनवरी, 2018 को 8वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शुरू किया गया था, प्रत्‍यक्ष अनुभव के माध्यम से निर्वाचक भागीदारी की संस्कृति को विकसित और सुदृढ़ीकृत करने के लिए निर्वाचन साक्षरता के एक जीवंत केंद्र के रूप में काम करेगा। अब तक, देश भर में 5,80,620 निर्वाचक साक्षरता क्लब स्थापित किए जा चुके हैं। संपूर्ण परियोजना युवा और भावी मतदाताओं के लिए भांति-भांति के सह-पाठ्यक्रम और पाठ्येतर पद्धतियों के माध्यम से मतदाता शिक्षा को प्रासंगिक और व्यावहारिक बनाए रखने के इर्द-गिर्द केंद्रित है। संयोजक द्वारा एक संसाधन मार्गदर्शिका का उपयोग करके निर्वाचक साक्षरता क्लबों और चुनाव पाठशाला की गतिविधियाँ संचालित की जाती हैं, जहाँ प्रत्येक गतिविधि के संचालन के लिए चरण-दर-चरण निर्देश दिए जाते हैं। कक्षा IX से XII, कॉलेजों और समुदायों के लिए अलग-अलग संसाधन पुस्तकें विकसित की गई हैं। हरेक वर्ष में गतिविधियों का कैलेंडर भी निर्दिष्‍ट किया गया है। प्रत्‍येक श्रेणी के लिए विशिष्ट अधिगम परिणाम सहित कुल मिलाकर 6-8 गतिविधियां, जिनमें कुल मिलाकर 4 घंटें चलने वाली सामग्री है, अभिज्ञात की गई हैं। आयोग का प्रयास यह है कि ईएलसी परियोजना को दीर्घस्‍थायी बनाया जाए तथा सभी माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों, मतदान केंद्रों, सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों और कॉरपोरेट में ईएलसी की स्थापना के इसके विज़न को प्राप्त किया जाए। निर्वाचक साक्षरता क्लबों की परिकल्‍पना दुनिया के सबसे बड़े निर्वाचक साक्षरता आंदोलन के रूप में की गई है जिसके माध्यम से हम 'कोई भी मतदाता न छूटे' के उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं।
  2. 104 downloads

    सं. ईसीआई/पीएन/93/2019 दिनांक: 30 सितंबर, 2019 प्रेस नोट भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्‍य स्‍तरीय निर्वाचक साक्षरता क्‍लब के प्रशिक्षकों हेतु पुनश्‍चर्या प्रशिक्षण का आयोजन किया गया आईआईआईडीईएम कैंपस, द्वारका, नई दिल्‍ली में 30 सितंबर, 2019 को राज्‍य स्‍तरीय मास्‍टर प्रशिक्षकों और भारत निर्वाचन आयोग के स्‍वीप नोडल अधिकारियों के लिए निर्वाचक साक्षरता क्‍लब (ईएलसी) संबंधी तीसरी 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। लोक सभा निर्वाचन 2019 के उपरांत ईएलसी की प्रभावी संस्‍थापना और काम-काज के साथ-साथ भावी कार्यनीतियां बनाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। इस प्रकार की दो कार्यशालाओं का आयोजन 23-24 और 26-27 सितंबर, 2019 को पहले ही किया जा चुका है। मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त, श्री सुनील अरोड़ा ने ईएलसी प्रदर्शनी का शुभारंभ किया, जिसमें आयोग को ईएलसी संसाधनों के साथ साथ कार्यशालाओं में किए गए ईएलसी कार्यकलापों की झलकियां दिखाई गईं। तदुपरांत, कार्यशाला के विशेष सत्र को संबांधित करते हुए मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त, श्री सुनील अरोड़ा ने कहा "अभूतपूर्व टर्नआउट प्राप्‍त करने के बावजूद, हमे इससे अधिक टर्नआउट के लिए प्रयासरत रहना चाहिए और प्रत्‍येक समुदाय के लोगों को जागरूक बनाने के लिए निरंतर और समर्पित प्रयास करने चाहिए तथा जन भागीदारी को और बढ़ाना चाहिए। प्रतिभागियों से बातचीत करते हुए उन्‍होने कहा कि ‘आप भारत निर्वाचन आयोग के स्‍वीप कार्यक्रम के मजबूत स्‍तंभ हैं। आपको इस विशालकाय कार्य का उत्‍तरदायित्‍व सौंपे जाने पर मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप क्षेत्र (फील्‍ड) में ईएलसी परियोजना को कार्यान्‍वित करने के लिए अग्रदूत की भूमिका निभाएं और यह सुनिश्‍चित करें कि अमिट स्‍याही की ताकत सभी लोगों की नुमाइंदगी करे।" इस अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ साथ वरिष्‍ठ उप निर्वाचन आयुक्‍त श्री उमेश सिन्‍हा और आईआईआईडीईएम के निदेशक श्री धर्मेन्‍द्र शर्मा भी उपस्‍थित थे। ईएलसी परियोजना के बारे में संक्षिप्‍त परिचय देते हुए श्री उमेश सिन्‍हा ने एक मजबूत आधार होने के महत्‍व पर जोर दिया, उन्‍होने बताया कि "जब तक जड़ें मजबूत न हों, पौधा नहीं उगेगा। हमारा लक्ष्‍य सभी पात्र मतदाताओं को निर्वाचक नामावली में रजिस्‍टर करना है और अपने लोकतंत्र को और सुदृढ़ बनाने के लिए यह सुनिश्‍चित करें कि यह 100% त्रृटिरहित हो। मतदाता शिक्षा का एक प्रमुख उद्देश्‍य मतदाताओं को शिक्षित करना और नीतिपरक बनाना और उनकी भागीदारी में वृद्धि करना है। उन्‍होंने यह भी कहा कि यहां उपस्‍थित सभी लोगों द्वारा स्‍कूलों, कॉलेजों, समुदायों, संगठनों आदि में पहुंचकर ईएलसी परियोजना को एक मजबूत आंदोलन और आवेग का रूप देना अपेक्षित है। श्री सिन्‍हा ने भावी लक्ष्‍य रखते हुए बताया कि निर्वाचक साक्षरता क्‍लब विश्‍व का सबसे बड़ा निर्वाचक साक्षरता अभियान होगा और इसके माध्‍यम से हम ‘कोई भी मतदाता न छूटे’ का लक्ष्‍य हासिल कर सकते हैं।" ‘सुव्‍यस्‍थित मतदाता शिक्षा और निर्वाचक भागीदारी (स्‍वीप)’ के अपने फ्लैगशिप कार्यक्रम के अंतर्गत, शैक्षिक संस्‍थाओं/संगठनों के माध्‍यम से निर्वाचक साक्षरता को मुख्‍यधारा में लाने की इस परियोजना को शुरू किया गया था, जिसमें प्रत्‍येक शैक्षिक संस्‍था में निर्वाचक साक्षरता क्‍लब स्‍थापित करने तथा औपचारिक शिक्षा प्रणाली से बाहर रहने वाले लोगों को कवर करने के लिए प्रत्‍येक बूथ पर चुनाव पाठशाला स्‍थापित करने की परिकल्‍पना की गई है। 25 जनवरी, 2018 को 8वें राष्‍ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर शुरू की गई ईएलसी परियोजना, प्रत्‍यक्ष अनुभवों के माध्‍यम से निर्वाचक भागीदारी की संस्‍कृति का विकास करने और इसे सुदृढ़ बनाने के अनवरत केंद्र के रूप में कार्य करेगी। अब तक पूरे देश में 5,80,620 ईएलसी स्‍थापित किए जा चुके हैं। यह समूची परियोजना युवा और भावी मतदाताओं के लिए अनेक सह-पाठ्यक्रम संबंधी और पाठ्येतर संबंधी पद्धतियों के माध्‍यम से मतदाता शिक्षा को प्रांसगिक और व्‍यावहारिक बनाने के ईर्द-गिर्द घूमती है। ईएलसी और चुनाव पाठशाला कार्यकलाप प्रायोजक द्वारा एक संसाधक गाइड का उपयोग करके संचालित किए जाते हैं जिसमें प्रत्‍येक कार्यकलाप संचालित करने के लिए कदम दर कदम अनुदेश दिए जाते हैं। कक्षा IX से कक्षा XII, कॉलेज और समुदायों के लिए अलग अलग संसाधन पुस्‍तकें तैयार की गई हैं। एक वर्ष में कार्यकलापों का एक कैलेंडर भी बनाया गया है। प्रत्‍येक श्रेणी के लिए कुल मिलाकर लगभग 4 घंटे चलने वाले विशिष्‍ट शिक्षा परिणामों वाले कुल 6 से 8 कार्यकलापों का निर्धारण किया गया है। कार्यशाला का प्रयोजन प्रतिभागियों को उत्‍तरवर्ती प्रशिक्षणों, जो वे जिला स्‍तरीय मास्‍टर प्रशिक्षकों के साथ आयोजित करेंगे, के लिए उनकी तैयारी सुनिश्‍चित करने हेतु ईएलसी कार्यकलापों की पुनश्‍चर्या प्रदान करना है। आयोग का प्रयास ईएलसी परियोजना को सतत बनाना है तथा दो लाख माध्‍यमिक और वरिष्‍ठ माध्‍यमिक स्‍कूलों, 27 हजार कॉलेजों और विश्‍वविद्यालयों तथा 1 मिलियन मतदान केंद्रों में 1.5 मिलियन ईएलसी की स्‍थापना करने का अपना लक्ष्‍य प्राप्‍त करना है।

ईसीआई मुख्य वेबसाइट


eci-logo.pngभारत निर्वाचन आयोग एक स्‍वायत्‍त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में निर्वाचन प्रक्रियाओं के संचालन के लिए उत्‍तरदायी है। यह निकाय भारत में लोक सभा, राज्‍य सभा, राज्‍य विधान सभाओं और देश में राष्‍ट्रपति एवं उप-राष्‍ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों का संचालन करता है। निर्वाचन आयोग संविधान के अनुच्‍छेद 324 और बाद में अधिनियमित लोक प्रतिनिधित्‍व अधिनियम के प्राधिकार के तहत कार्य करता है। 

मतदाता हेल्पलाइन ऍप

हमारा मोबाइल ऐप ‘मतदाता हेल्‍पलाइन’ प्‍ले स्‍टोर एवं ऐप स्टोर से डाउनलोड करें। ‘मतदाता हेल्‍पलाइन’ ऐप आपको निर्वाचक नामावली में अपना नाम खोजने, ऑनलाइन प्ररूप भरने, निर्वाचनों के बारे में जानने, और सबसे महत्‍वपूर्ण शिकायत दर्ज करने की आसान सुविधा उपलब्‍ध कराता है। आपकी भारत निर्वाचन आयोग के बारे में हरेक बात तक पहुंच होगी। आप नवीनतम  प्रेस विज्ञप्ति, वर्तमान समाचार, आयोजनों,  गैलरी तथा और भी बहुत कुछ देख सकते हैं। 
आप अपने आवेदन प्ररूप और अपनी शिकायत की वस्‍तु स्थिति के बारे में पता कर सकते हैं। डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें। आवेदन के अंदर दिए गए लिंक से अपना फीडबैक देना न भूलें। 

×
×
  • Create New...