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    सं. ईसीआई/पीएन/76/2021 अगस्त, 2021 प्रेस नोट भारत निर्वाचन आयोग द्वारा दो दिवसीय स्वीप परामर्श कार्यशाला का आयोजन व्यक्तिगत 'लेटर टू न्यू वोटर्स' की एक नई पहल का अनावरण; स्वीप के गीतों का संकलन जारी स्वीप की टीमें मतदाता केंद्रित संदेश को सुनिश्चित करें; नामांकन और मतदान में सहजता सुनिश्चित करें: मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील चंद्रा भारत निर्वाचन आयोग ने 25-26 अगस्त, 2021 को दो दिवसीय स्वीप (सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा और निर्वाचक सहभागिता) परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का एजेंडा राज्य स्वीप योजनाओं की समीक्षा करना और आगामी निर्वाचनों के लिए व्यापक कार्यनीति हेतु स्वीप के महत्वपूर्ण पहलुओं पर व्यापक विचार-विमर्श करना था। प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए, मुख्य निर्वाचन आयुक्त, श्री सुशील चंद्रा ने कहा कि प्रत्येक मतदाता दो महत्वपूर्ण चरणों अर्थात् नामांकन के दौरान और मतदान दिवस पर निर्वाचन मशीनरी से रूबरू होता है और ये दोनों अनुभव बहुत सुखद होने चाहिएं। उन्होंने जोर देकर कहा कि फील्ड टीमों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि नामांकन प्रक्रिया निर्बाध हो और मतदाताओं के लिए मतदान का अनुभव सहज एवं सरल हो। उन्होंने यह भी कहा कि यह अत्‍यावश्‍यक है कि हम नियमित अंतराल पर अपनी कार्यनीति और वर्तमान कार्यकलापों का मूल्यांकन करें; महत्वपूर्ण अंतरालों की पहचान करें और प्रदेय कार्य बिंदुओं को तैयार करने के लिए चुनौतियों का समाधान करें। उन्होंने बल देते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर कार्यनीति का क्रियान्वयन महत्वपूर्ण है। श्री चंद्रा ने 360-डिग्री स्वीप-संचार कार्यनीति की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदाताओं को निर्वाचन संबंधी सभी जानकारी उपलब्‍ध हो और हमारी स्वीप कार्यनीति मतदाता केंद्रित और बूथ केंद्रित होनी चाहिए। श्री सुशील चंद्रा और निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने मतदाताओं को उनके मतदाता पहचान पत्र भेजते समय आयोग के एक व्यक्तिगत पत्र के माध्यम से नए मतदाताओं तक पहुंचने के लिए एक नई पहल का अनावरण किया। इस पैकेज में नए मतदाताओं के लिए एक मतदाता मार्गदर्शिका के साथ एक बधाई पत्र और नैतिक मतदान की प्रतिज्ञा शामिल होगी। निर्वाचन आयुक्त श्री राजीव कुमार ने कहा कि आज की दुनिया में संचार की आवश्यकता स्वयं स्पष्ट है। उन्होंने आउटरीच प्रयासों में सोशल मीडिया और संचार के नए माध्यमों की भूमिका पर प्रकाश डाला। श्री कुमार ने समग्र संचार योजना के हिस्से के रूप में विषयगत कार्यनीति और वितरण चैनलों के महत्व पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के स्थानीय आइकन के साथ साझेदारी करने से हमारे मतदाताओं के साथ हमारे संदेश को मजबूत करने में मदद मिलेगी। निर्वाचन आयुक्त श्री अनूप चंद्र पाण्डेय ने पिछले दिन टीमों के साथ बातचीत करते हुए स्वीप कार्यनीति में सोशल मीडिया तथा संचार के पारंपरिक रूपों के उपयोग के बीच तालमेल के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री पाण्डेय ने कहा कि राज्य की टीमों को आगे भी इसी तरह की कार्यशालाओं को संचालित करने तथा संबंधित राज्यों में जिला निर्वाचन अधिकारियों तथा उनकी टीमों के साथ विचार करना चाहिए। महासचिव श्री उमेश सिन्हा ने अपने स्वागत भाषण के दौरान कहा कि परामर्श कार्यशाला स्वीप कार्यक्रम के मूल सिद्धांतों पर फिर से विचार करने तथा विभिन्न कार्यकलापों तथा उपागम पर नये सिरे से विचार करने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि स्वीप एक 360 डिग्री संचार योजना है जिसका उद्देश्य प्रत्येक मतदाताओं तक पहुंचना है। आयोग ने 'महत्वपूर्ण है मत मेरा'- आयोग की एक त्रैमासिक पत्रिका, के नवीनतम अंक; निर्वाचक साक्षरता क्लबों के लिए ऑनलाइन क्रियाकलापों पर एक दस्तावेज और प्रेरक स्वीप गीतों के गीत के संकलन की एक गीत पुस्तिका का भी विमोचन किया। इस दो दिवसीय परामर्श कार्यशाला में गोवा, पंजाब, मणिपुर, उत्तर-प्रदेश तथा उत्तराखण्ड के मुख्य निर्वाचक अधिकारियों और स्वीप नोडल अधिकारियों ने भाग लिया। विचार और ज्ञान के आदान-प्रदान को समृद्ध करने के लिए, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस परामर्श कार्यशाला के लिए आमंत्रित किया गया था। कार्यशाला में वरिष्ठ जिला निर्वाचन अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी, महानिदेशक, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, दिल्ली और निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। परामर्श कार्यशाला के भाग के रूप में व्यापक विषयों पर विचार मंथन सत्र आयोजित किए गए थे जिसमें महत्वपूर्ण अंतराल विश्लेषण एवं लक्षित कार्यकलाप (लिंग, युवा तथा सेवा निर्वाचक); दिव्यांगजन तथा वरिष्ठ नागरिक; निर्वाचक साक्षरता को मुख्यधारा में लाना तथा ईएलसी चुनाव पाठशाला तथा मतदाता जागरूकता मंच का पुनरोद्धार करना; स्वीप आउटरीच को बढ़ाने के लिए मीडिया तथा सोशल मीडिया का उपयोग करना; सहयोग तथा साझेदारिता का लाभ उठाना तथा बूथ तैयार करना, विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, कम मतदान वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देते हुए जिलावार स्वीप योजना तैयार करना शामिल थी। विषयगत वार्तालाप के इनपुट के आधार पर, सीईओ ने आगामी निर्वाचनों के लिए अपनी राज्य विशिष्ट स्वीप योजनाएं प्रस्तुत की। सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा और जागरूकता भागीदारी कार्यक्रम भारत में मतदाता शिक्षा और जागरूकता, मतदाता जागरूकता फैलाने तथा मतदाता साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए भारत निर्वाचन आयोग का सर्वोत्कृष्ट कार्यक्रम है। स्वीप का प्राथमिक लक्ष्य सभी पात्र नागरिकों को मतदान करने और संसूचित निर्णय और नैतिक विकल्प लेने हेतु प्रोत्‍साहित करके एक समावेशी और सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है।
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    सं.भानिआ/पीएन/44/2019 दिनांक: 30 मार्च, 2019 प्रेस नोट संपूर्ण देश के सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों ने मतदाता शिक्षा और जागरूकता के लिए अपना सर्वोत्‍तम योगदान देने का आश्‍वासन दिया। 120 सामुदायिक रेडियोज ने भारत अंतरराष्‍ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन प्रबंधन संस्‍थान (आईआईआईडीईएम) में भारत निर्वाचन आयोग की स्‍वीप कार्यशाला में भाग लिया। भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी तरह की प्रथम पहल में मतदाताओं को शिक्षित और जागरूक करने के लिए देश भर के 150 सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों तक पहुंच बनाई है। इस कार्यशाला का आयोजन सिकिंग मॉडर्न एप्लिकेशंज फॉर रियल ट्रांसफॉरमेशन (स्‍मार्ट) की सहभागिता से भारत अंतरराष्‍ट्रीय लोकतंत्र एवं निर्वाचन प्रबंधन संस्‍थान (आईआईआईडीईएम) द्वारा आईआईआईडीईएम, द्वारका, नई दिल्‍ली में किया गया। इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्‍य मतदाता शिक्षा और जागरूकता हेतु सामुदायिक रेडियोज को प्रशिक्षण देना और इनका क्षमता निर्माण करना था। 29 मार्च, 2019 को समापन संबोधन में, श्री उमेश सिन्‍हा, वरिष्‍ठ उप-निर्वाचन आयुक्‍त, भारत निर्वाचन आयोग, ने कहा कि सामुदायिक रेडियो देश के अंतिम मतदाता तक पहुंच बनाने के लिए सर्वोत्‍तम साधनों में से एक है। उन्‍होंने कहा कि ये कार्यशालाएं दीर्घकालिक और सतत विनियोजन की शुरूआत मात्र थीं और सामुदायिक रेडियो मतदाताओं को प्रेरित करने और एकजुट करने, निर्वाचक नामावली में अल्‍पसेवित मतदाताओं को सूचीबद्ध करने और उन्‍हें मतदान केन्‍द्रों तक जाने हेतु एकजुट करने, उन्‍हें उनके अधिकारों और दायित्‍वों के प्रति शिक्षित करने तथा जागरूक और शिक्षित मतदाता बनाने में एक निर्णायक भूमिका निभा सकता है। उन्‍होंने बल देकर कहा कि प्रत्‍येक मतदाता देश का प्रथम प्रतिनिधि है, वे सिपाही हैं और लोकतंत्र को सुरक्षित रखने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पूरे देश के सभी मतदाताओं के पास एक जैसी शक्ति है। निर्वाचन सभी के लिए समान अवसर उपलब्‍ध कराते हैं, क्‍योंकि प्रत्‍येक मत की शक्ति समान होती है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मत कौन डालता है – चाहे धनवानों में से सबसे अधिक धनी हो अथवा निर्धनों में से सबसे अधिक निर्धन हो। उन्‍होंने कहा कि सामुदायिक रेडियो अपनी स्‍थानीय बोलियों में विषय-वस्‍तु तैयार करके और जमीनी स्‍तर पर मतदाता शिक्षा और जागरूकता की प्रक्रिया की पैठ बनाकर लोकतंत्र को मजबूत बनाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्‍होंने आश्‍वासन दिया कि सामुदायिक रेडियो स्‍टेशन अब मतदाता शिक्षा कार्यक्रम का अभिन्‍न अंग होगा। श्री चंद्र भूषण कुमार, उप-निर्वाचन आयुक्‍त एवं महानिदेशक, आईआईआईडीईएम द्वारा 25 मार्च को इस कार्यशाला का शुभांरभ किया गया; उन्‍होंने दोहराया कि सामुदायिक रेडियोज नामावली में मतदाता नामांकन एवं ‘‘लोकतंत्र के त्‍यौहार’’ में उनकी सहभागिता बढ़ाने में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। उन्‍होंने यह भी कहा कि ‘कोई भी मतदाता न छूटे’ की टैगलाइन का प्रयोजन यह सुनिश्चित करना था कि प्रत्‍येक पात्र मतदाता अपने मत का महत्‍व समझे, चाहे उसकी आर्थिक स्थिति, वर्ग, जाति अथवा व्‍यवसाय कुछ भी हो, । उन्‍होंने प्रवासी कामगारों, बेघरों, जनजातीय व्‍यक्तियों, दिव्‍यांगजनों, सेवा मतदाताओं, अप्रवासी भारतीयों को शामिल करने के लिए किए गए उपायों के बारे में भी बताया। उन्‍होंने कहा कि आयोग का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि स्‍वतंत्र और भयरहित निर्वाचन हों तथा सामुदायिक रेडियो निर्वाचन आयोग को सहयोग देने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। स्‍मार्ट की संस्‍थापक सुश्री अर्चना कपूर ने कहा कि इस अभियान में सामुदायिक रेडियो स्‍टेशनों का समावेशन इन स्‍टेशनों द्वारा जमीनी स्‍तर पर किए जा रहे कार्यों को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा स्‍वीकार करना भी है। ये स्‍टेशन प्रोत्‍साहक सामग्री प्रसारित करने के अतिरिक्‍त, अपनी बोली में कार्यक्रमों का प्रसारण करेंगे और प्रत्‍येक स्‍टेशन पांच-पांच कार्यक्रम भी तैयार करेगा। सुश्री कपूर ने आश्‍वासन दिया कि सामुदायिक रेडियो स्‍टेशन पूरे देश में मतदाता शिक्षा के क्षेत्र में अपना सर्वोत्‍तम योगदान देंगे।

ईसीआई मुख्य वेबसाइट


eci-logo.pngभारत निर्वाचन आयोग एक स्‍वायत्‍त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में निर्वाचन प्रक्रियाओं के संचालन के लिए उत्‍तरदायी है। यह निकाय भारत में लोक सभा, राज्‍य सभा, राज्‍य विधान सभाओं और देश में राष्‍ट्रपति एवं उप-राष्‍ट्रपति के पदों के लिए निर्वाचनों का संचालन करता है। निर्वाचन आयोग संविधान के अनुच्‍छेद 324 और बाद में अधिनियमित लोक प्रतिनिधित्‍व अधिनियम के प्राधिकार के तहत कार्य करता है। 

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आप अपने आवेदन प्ररूप और अपनी शिकायत की वस्‍तु स्थिति के बारे में पता कर सकते हैं। डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें। आवेदन के अंदर दिए गए लिंक से अपना फीडबैक देना न भूलें। 

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